व्याख्या — श्री हनुमन्तलाल जी समग्र विद्याओं में निष्णात हैं और समस्त गुणों को धारण करने से ‘सकल–गुण–निधान’ हैं। वे श्री राम के कार्य सम्पादन हेतु अत्यन्त आतुरता (तत्परता, व्याकुलता) का भाव रखने वाले हैं। क्योंकि ‘राम काज लगि तव अवतारा’ यही उद्घोषित करता है कि श्री हनुमान जी के https://manuelmwclv.wikidank.com/817752/hanuman_chalisa_hindi_for_dummies
The Hanuman chalisa kannada Diaries
Internet 45 days ago evansh284mmk0Web Directory Categories
Web Directory Search
New Site Listings